सुहागे को तवे पर फुलाकर बारीक पीसकर शीशी में भर लें । नजला -ज़ुकाम होने पर आधा ग्राम (बच्चों के लिए आधी मात्रा ) गरम पानी के साथ दिन में तीन बार लेने से पहले दिन ही अन्यथा दुसरे तीसरे दिन तो रोग का नामोनिशान न रहेगा । सेंकडों बार अनुभूत , हानिरहित और चमत्कारपूर्ण हैं ।
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