मांसवृद्धि (Tumour)
परिचय: टयूमर का रोग शरीर के भीतरी और बाहरी दोनों भागों में हो सकता है। इस रोग के कारण रोगी…
परिचय: टयूमर का रोग शरीर के भीतरी और बाहरी दोनों भागों में हो सकता है। इस रोग के कारण रोगी…
परिचय (Introduction) गुड़ का सेवन करने से शरीर में होने वाले कई प्रकार के रोग ठीक हो जाते हैं।…
परिचय: कण्ठमाला रोग से पीड़ित रोगी की गर्दन में गांठें हो जाती हैं जिसके कारण उसके शरीर में मल का…
परिचय: खुजली एक प्रकार का संक्रामक रोग है और यह रोग त्वचा के किसी भी भाग में हो सकता है।…
मूत्रपथ संक्रमण रोग के लक्षण- इस रोग के कारण रोगी व्यक्ति को पेशाब करते समय दर्द तथा जलन होती है।…
परिचय: वैसे देखा जाए तो कंधों में आर्थराइटिस नहीं पाया जाता है। जब जोड़ों की सरंचना किसी कारण से प्रभावित…
परिचय: रूसी सिर में मरी हुई त्वचा के कण होते हैं, जो नई त्वचा के आने से हटते रहते हैं।…
वात रोग (Rheumatism) परिचय: वात, पित्त और कफ तीनों में से वात सबसे प्रमुख होता है क्योंकि पित्त और कफ…
परिचय: जीर्णातिसार को साधारण भाषा में पुराने दस्त भी कहते हैं। यह रोग जीवाणुओं से फैलता है। इस रोग को…
परिचय: इस रोग में रोगी का गला बैठ जाता है जिसके कारण रोगी को बोलने में परेशानी होने लगती है…